• Tue. Dec 24th, 2024

लैंगिक असमानता की रूढ़िवादिता सोच को है तोड़ना: रेखा आर्या

लैंगिक असमानता को दूर करने के लिए माननीया मंत्री महोदया जी ने उठाया बड़ा कदम,हरिद्वार हर की पैड़ी से निकालेंगी कांवड़ यात्रा

25 किलोमीटर की होगी पैदल यात्रा, दिया जाएगा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश

देहरादून।

विधानसभा भवन में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने एक महत्वपूर्ण विषय पर पत्रकार वार्ता आहूत की। इस दौरान उन्होंने बताया कि सावन के इस पवित्र माह में एक संकल्प लिया है। संकल्प है कि “मुझे भी जन्म लेने दो,शिव के माह में शक्ति का संकल्प”।यह संकल्प बेटियों के प्रति समाज मे फैली रूढ़िवादी सोच को तोड़ने और उन्हें जागरूक करने के उद्देश्य से लिया है।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं के योगदान का दायरा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। महिलाऐं केवल घर की ही शान नही होती बल्कि देश की शान होती है जो लगातार अपने आप को सिद्ध करती जा रही हैं चाहे वो खेल, स्वास्थ्य, शिक्षा, औद्योगिक, सामाजिक, राजनैतिक, सेवा सहित कोई भी क्षेत्र हो। मुझे लगता है कि हम 21वीं सदी में पहुंचे तो जरूर हैं लेकिन आज भी हमारे समाज में लडकियों के प्रति नजरिया नही बदला है और वह है लडके व लडकी को एक समान नजर से देखना,लडकियों को सही सम्मान देना ।

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं । आजादी का अमृत महोत्सव उन्नत भारत के 75 साल और इसकी संस्कृति, लोगों और उपलब्धियों के शानदार इतिहास का सम्मान और जश्न मनाने के लिए भारत सरकार की एक अनूठी पहल है। यह आजादी का अमृत महोत्सव माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आधिकारिक तौर पर 12 मार्च 2021 को शुरू किया था। यह महोत्सव उन भारतीय लोगों को समर्पित है, जिन्होंने न केवल भारत को अपनी विकास यात्रा में आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और जो प्रधानमंत्री मोदी के एक भारत श्रेष्ट भारत के सपने को पूरा करने की क्षमता रखते हैं।

लिंगानुपात के मामले उत्तराखंड की स्थिति पूर्व में कुछ खास उभरकर सामने नहीं आई थी लेकिन वर्तमान में प्रदेश में 1000 बालकों की तुलना में महज 949 बालिकाएं ही हैं. जबकि लिंगानुपात के मामले में राष्ट्रीय औसत 899 का है। यह एक बेहद ही चिंताजनक विषय है।

26 जुलाई को निकलेगी कांवड़ यात्रा-

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ और लैंगिक असमानता को खत्म करने को लेकर एक संकल्प लिया है कि सावन के इस पवित्र महिने में एक संदेश उन माता-पिता और समाज को दिया जाए जो लडकियों को लेकर इस तरह की सोच रखते हैं । आने वाली 26 जुलाई की तारीख को माननीया मंत्री महोदया जी ने हरिद्वार हर की पैडी से कांवड में जलभर कर ऋषिकेश स्थित पौराणिक वीरभद्र मंदिर में जलाभिषेक करने का निर्णय लिया हैं जो कि लगभग 25 किमी की पैदल यात्रा होगी।

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और विभागीय अधिकारीगण भी अपने- नजदीकी शिवालयों में करेंगे जलाभिषेक

रेखा आर्या ने अपने संकल्प को लेकर कहा कि मेरे द्वारा सभी आंगनबाड़ी बहनों और विभागीय अधिकारीगणों/कर्मचारियों को भी पत्र जारी करते हुए ये स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वह भी इस संकल्प को पूरा करने में अपना सहयोग करें। मेरे द्वारा सभी को यह कहा गया है कि सभी आंगनबाड़ी बहनें व विभागीय अधिकारी/कर्मचारी अपने-अपने नजदीकी शिवालयों में जलाभिषेक करें और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के इस संकल्प को पूरा करें।

*भ्रूण का परीक्षण करने वाले अस्पताल/पैथोलॉजी/नर्सिंग होम पर कसा जाएगा शिकंजा-

मंत्री ने बताया कि बेटियों को गर्भ में ही मार देना या फिर भ्रूण का परीक्षण कराना एक दंडनीय अपराध है लेकिन फिर भी अमूमन यह देखने मे आया है कि इस तरह के कृत्य अभी भी चोरी छिपे कुछ पैथोलॉजी/नर्सिंग होम/अस्पताल करते हैं। स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि जो भी व्यक्ति इस प्रकार के कृत्य करने वालों की सूचना विभाग को टोल फ्री नंबर 181 पर देंगे उनकी गोपनीयता को छुपाया जाएगा और ऐसे काम करने वालो पर सख्त कार्यवाही की जाएगी,साथ ही सूचना देने वालो को पारितोषिक दिया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *