देहरादून।
ठोस कचरा प्रबंधन पर देहरादून में काम करने वाली वेस्ट वॉरियर्स संस्था ने एक नई पहल शुरू की है। संस्था अब टेट्रा पैक डब्बे, कार्टन के कचरे को भी उपयोगी वस्तुओं में बदलने के लिए कार्य कर रही है ।
संस्था के मुख्य प्रबंधक नवीन सडाना ने बताया कि देहरादून में प्रतिदिन लगभग 350 टन ठोस कचरा उत्पन्न होता है। जिसमें से करीब 80 टन ऐसा कचरा है, जिसको प्रतिदिन रिसाइकिल या पुनः चक्रित किया जा सकता है । संस्था की ओर से देहरादून में इसी सूखे कचरे एवं टेट्रा पैक को लेकर कार्य किया जा रहा है।
संस्था की ओर से एक स्वच्छता केंद्र ( मेटेरियल रिकवरी सेंटर) हररावाला, वार्ड 97 में भी स्थापित किया गया है । जिसमें प्रतिदिन बड़ी मात्रा में सूखा कचरा लोगों की ओर से अलग कर पहुंचाया भी जा रहा है। टेट्रा पैक डब्बे, कार्टन जिसमे जूस, दूध, लस्सी, छाज के कचरे को सफाई साथियों की ओर से एकत्र कर बोर्ड बनाने के लिए संस्था द्वारा भेजा जाता है। उन्ही बोर्ड से उपयोग हेतु टेबल, कुर्सी, अलमारी, पेन स्टैंड, बॉक्स आदि बनाया जाता है ।
देहरादून में संस्था द्वारा गांधी पार्क, नगर निगम, देहरादून जू, शहरी विकास निदेशालय और कई स्कूल को भी फर्नीचर बना प्रदान किया गया है । इन सब कार्य को करने के पीछे संस्था का केवल एक मकसद है कि देहरादून को कचरा मुक्त बनाया जाए। जितना भी सूखा कचरा या रीसाइकल कचरा है, उसको अलग से एकत्रित कर उपयोगी चीजों में बदला जाए जिससे रोजगार भी पैदा हो। साथ ही कचरे की समस्या को भी कम किया जा सके ।
वेस्ट वारियर्स संस्था की अंकिता चमोला ने बताया कि पिछले एक साल में संस्था द्वारा लगभग 26 टन टेट्रा पैक कचरा देहरादून से टेट्रा पैक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से इक्कठा किया गया है, जिसको बोर्ड में बदलने के लिए आगे भेजा गया है ।
संस्था आप सभी से अपील करती है कि कचरा प्रबंधन को हराकर अपने शहर और देश को स्वच्छ रखने में हमारा सहयोग करें।