देहरादून। कांग्रेस के दिगज्ज नेता व पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक बार फिर दिल का दर्द बयां किया है। उन्होंने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण समारोह में उनका जाने का मन था लेकिन उन्हें जो निमंत्रण मिला उसमें उन्हें सम्मानपूर्वक नही बुलाया गया। इस वजह से वह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नही हुए।
शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने लिखा कि शपथ ग्रहण समारोह से दूरी का उनका कोई उद्देश्य नही था। लेकिन उन्हें जो निमंत्रण मिला। उसमें गाड़ी पार्क करने, बैठने की कोई सूचना नही थी।
आगे उन्होंने लिखा कि जिस अवसर पर देश के शीर्षस्थ_शासक वर्ग उपस्थित हो, वहां यदि आप बिना पूर्व निर्धारित स्थान और बिना कार पार्किंग, प्रवेशद्वार इत्यादि की जानकारी बिना पहुंचते हैं, तो आप सुरक्षा हैजार्ड भी बन सकते हैं। मैंने बहुत विचार करने के बाद न जाने का फैसला किया। पिछली बार ऐसा अवसर आया था तो मैं गया था और मंच पर मैंने, मुख्यमंत्री मंत्रीगणों व भाजपा के नेतागणों को बधाई दी थी और उनके साथ बैठा था। इस बार मैंने फ़ेसबुक पर बधाई दी और पूरा शपथ ग्रहण समारोह अपने मोबाइल पर देखा।
मेरा मानना है मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह एक राज्य का महत्वपूर्ण अवसर होता है, उस अवसर पर विपक्ष के नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्रियों को सम्मानपूर्वक बुलाया जाना चाहिए और उनको वहां जाना भी चाहिए, राजनीतिक सौहार्द की यह आवश्यकता है।