देहरादून। मानवाधिकार एवं सामाजिक संगठन की ओर से सोमवार ( 8 नवंबर को) रामपुर तिराहा कांड के वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया गया । इस दौरान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैंट विधायक हरबंस कपूर ने रामपुर तिराहा कांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा की रामपुर तिराहा कांड में शामिल प्रत्यक्षदर्शी आंदोलनकारियों का सम्मान करता हूं, जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए अपना योगदान दिया ।
विजय पार्क स्थित संगठन कार्यालय पर हुए कार्यक्रम में चेयरमैन सचिन जैन ने कहा कि नौ नवंबर की तारीख इतिहास में उत्तराखंड के स्थापना दिवस के तौर पर दर्ज हैं। पृथक उत्तराखंड की मांग को लेकर कई वर्षों तक चले आंदोलन के बाद आखिरकार 9 नवंबर 2000 को उत्तराखण्ड को सत्ताइसवें राज्य के रूप में भारत गणराज्य में शामिल किया गया।
इसके बाद संगठन की ओर से अनिल वर्मा, वीरेंद्र पोखरियाल, विजय प्रताप, अब्बल सिंह नेगी, पूनम नोटियाल, संदीप पटवाल, अम्बुज शर्मा, वेदानंद कोठारी, मोहन खत्री, सुरेश नेगी आदि वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, रामपुर तिराहा कांड के प्रत्यक्षदर्शी व घायलों का मददगार रहे संगठन को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
यह लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन,प्रदेश उपाध्यक्ष लच्छू गुप्ता, कुलदीप विधायक, विशंभर नाथ बजाज, रेखा निगम, अमित अरोड़ा, सुमित बसक, सुदेशना बसक, पंडित सुभाष चंद्र सतपति, विवेक जैन, हरीश कटारिया, जितेंद्र डंडोना, राजकुमार तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।