देहरादून।
देहरादून के विजयनगर अधोईवाला क्षेत्र में आज मज़दूरों और जनता के हक़ों पर “नफरत नहीं रोज़गार दो” नारा के साथ जनसभा आयोजित की गई । सभा में आम लोगों के साथ जन संगठनों के प्रतिनिधियों ने बताया कि कुछ बुनियादी सवाल हैं जिनपर सरकार खामोश है। 2024 में मलिन बस्ती के लिए सुरक्षा अधिनियम खत्तम हो रहा है। आज तक राज्य के एक भी बस्ती का न नियमितीकरण हुआ है और न ही पुनर्वास। तो सरकार अपने वादों पर काम कब करेगी।
सरकार कानून लाये की किसी को भी बेघर नहीं किया जायेगा। इसके आलावा मज़दूरों के लिए बनाई हुए योजनाओं जैसे सामान वितरण में सारे पात्र मज़दूरों को अपने हक़ मिले, इसके लिए व्यवस्था बनाने की जरूरत है । अभी काफी लोग वंचित हो रहे हैं। कंपनियों को सब्सिडी देने के बजाय महिला मजदूरों को राहत दिया जाए; नफरती अभियानों पर कारवाई की जाए; और राशन सबको मिले, इसपर भी आवाज़ उठाई गई । वक्ताओं ने जनता से निवेदन भी किया कि वे अपना वोटर पंजीकरण कराए और ज़रूर वोट दे।
CITU के राज्य सचिव लेखराज, सामाजिक कार्यकर्ता रघुवीर सिंह, एवं चेतना आंदोलन के सुनीता देवी, अशोक कुमार और पप्पू ने कार्यक्रम को संबोधित किया। चेतना आंदोलन के शंकर गोपाल ने कार्यक्रम का संचालन किया।