देहरादून। प्रशिक्षित पीआरडी जवानों को 365 दिन का रोजगार और युवा कल्याण विभाग से पीआरडी विभाग को अलग करने सहित लंबित मांगो को लेकर प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी जवानों ) का प्रदर्शन जारी है। इसी कड़ी में पीआरडी कर्मियों ने बुधवार को सचिवालय कूच किया। लेकिन कनक चौक से आगे पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर पीआरडी जवानों को रोक। इस दौरान पीआरडी जवानों और पुलिसकर्मियों के बीच नोंकझोंक भी हुई।
बुधवार को पीआरडी जवान परेड ग्राउंड में एकत्र हुए इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष दिनेश प्रसाद और पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कमलेश भट्ट के नेतृत्व में प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सचिवालय कूच किया। लेकिन पहले से मुस्तैद पुलिसकर्मियों ने पीआरडी जवानों को आगे बढ़ने से रोक दिया। जिसके बाद पीआरडी जवान वहीं सड़क पर धरने पर बैठ गए।
इस दौरान कमलेश भट्ट ने कहा कि सरकार उनके पीआरडी जवानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा। लंबे समय से पीआरडी जवानों को आश्वासन दिया जा रहा है। जवानों को पूरे साल में केवल दो तीन महीने ही काम दिया जाता है। इससे परिवार के भरण पोषण में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार की ओर से महिला पीआरडी कर्मियों को भर्ती किया गया है, जिनमें से अधिकांश महिला कर्मियों की आर्थिक स्थिति अच्छी नही है। सालभर ड्यूटी न दिये जाने से परिवार की स्थिति दयनीय बनी हुई है। कहा कि अगर जल्द मांगो का निस्तारण नही किया गया तो पीआरडी कर्मी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
इस दौरान बारू तोमर, गोपाल तोमर, किशन सिंह, पदम सिंह, बिजेंद्र कुमार, महेंद्र सिंह, दिलावर सिंह तोमर, विजय चौहान, नवीन, बलदेव राणा, कुलदीप खन्ना, आशीष नेगी, मुकेश चौहान, नरेश, सरिता रॉय, रंजना चौहान, गुड्डी भटवान के साथ ही अन्य पीआरडी जवान मौजूद रहे।