बीजेपी से बगावत कर कांग्रेस में शामिल ओमगोपाल पर पार्टी खेल सकती है दाव,
नरेंद्रनगर। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। बीजेपी के बाद कांग्रेस ने भी अपने 53 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी। ऐसे में टिकट पाने वाले सभी उम्मीदवारों ने प्रचार तेज कर दिया है।
नरेंद्र नगर विधानसभा सीट पर बीजेपी से कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल मैदान में है। उन्होंने अपना प्रचार प्रसाद शुरू कर दिया है। जबकि कांग्रेस ने इस सीट पर अभी अपना उम्मीदवार घोषित नही किया है। सुबोध उनियाल जहाँ इस बार भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है वहीं जानकारों की मानें तो इस बार इस सीट पर रोचक मुकाबले के आसार बनते दिख रहे है।
दरअसल टिकट न मिलने से नाराज ओम गोपाल रावत ने बीजेपी से बगावत कर कांग्रेस का दामन थाम लिया। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस ओमगोपाल को टिकट देकर सुबोध उनियाल को टक्कर दे सकती है।
हालांकि पिछली बार कांग्रेस के उम्मीदवार रहे हिमांशु बिजल्वाण इस बार भी अपनी दावेदारी मजबूती के साथ पेश कर रहे है। जिसके चलते टिकट फाइनल नही हो पा रहा है। जिसके चलते ओम गोपाल रावत की मुश्किलें बढ़ सकती है।
उधर उत्तराखंड के कद्दावर नेता सुबोध उनियाल को टिकट मिलने के बाद समर्थकों ने क्षेत्र भ्रमण शुरू कर उनके पक्ष में वोट की अपील कर रहे है। उनके समर्थक विधानसभा में हुये विकास कार्यों के नाम पर जनता के बीच जा रहे है।
कुछ इस तरह रहा नरेंद्र नगर सीट का इतिहास,
2002 में पहली बार उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर सुबोध उनियाल ने जीत दर्ज की। इसके बाद 2007 में यूकेडी के सिंबल पर चुनाव लड़ने वाले ओम गोपाल रावत ने नजदीकी अंतर से सुबोध उनियाल को चुनावी जंग में मात दी इसके बाद 2016 में राजनीतिक उठक पटक के बीच सुबोध उनियाल ने भाजपा का दामन थाम लिया। 2017 में भाजपा ने उनियाल को इसी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया । जहां उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़े ओम गोपाल रावत को पराजित किया। जबकि इस सीट पर कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही।
मजबूत जनाधार, विकास कार्य और स्वच्छ छवि का मिलेगा लाभ
2017 में बीजेपी की सरकार में सुबोध उनियाल को कृषि मंत्री बनाया गया। इस दौरान उनकी ओर से किये गए विकास कार्य से उनकी छवि और निखर कर सामने आई। इसके अलावा उनका एक मजबूत जनाधार है। जिसके चलते यह एक बार फिर से इस सीट से फतह कर सकते है।