सरस्वती विहार विकास समिति अजबपुर खुर्द देहरादून द्वारा शिव शक्ति मंदिर सरस्वती विहार में शिव महापुराण ज्ञान महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।
देहरादून।
मानव का मन बुद्धि पर हावी होकर अपने लिए भोग के साधन जुटाता है। वर्तमान काल में मन की वृति तथा बौद्धिक क्षमता के परिणाम पर्यावरण प्रदूषण के रूप में स्पष्ट नजर आते हैं।
यह बात रविवार को विश्व कल्याण के लिए पर्यावरण संरक्षण सामाजिक कुरीतियों को मिटाकर सुधार लाने के लिए सरस्वती विहार विकास समिति के द्वारा आयोजित शिव पुराण की कथा में ज्योतिष्पीठ व्यास पद से अलंकृत आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं जी ने कथा के माध्यम से कहीं। इससे पहले समिति की ओर से भव्य कलश यात्रा जो सरस्वती विहार के ई ब्लॉक से लेकर ए ब्लॉक के मुख्य मार्गो से निकाली गई। इस दौरान लोगों ने उत्साह के साथ कलश यात्रा का स्वागत किया। पीत वस्त्र में सैकड़ों की संख्या में महिला सिर पर कलश लिए चल रही थी। उनके आगे-आगे झांकी शिव पार्वती शिवगणो का नृत्य मनमोहक झांकी तथा ढोल दमाऊ की थाप पर झूमते पुरूष बच्चे नजर आये।
कथा वाचन में शिवपुराण महात्म्य में चंचुला की भोग वृति को केन्द्रीत करते हुए आचार्य ममगांई नें कहा आत्म तत्व मन से भी श्रेष्ठ तत्व है, जो मन की वृत्ति को नियंत्रित करता है। बुद्धि और आत्मा तत्व का सामंजस्य मानव जाति के लिए पर्यावरण संतुलन की दृष्टि से वरदान है। आत्म तत्व के प्रभाव से बुद्धि समस्त भूतों एवं प्राणी के प्रति समभाव और समदर्शी हो जाती है । भारतीय धर्म दर्शन में पर्यावरण चिंतन ही ईश्वरी चिंतन का माध्यम है। अतः इसमें पर्यावरण के प्रति श्रद्धा प्रेम एवं सम्मान के भाव की प्रेरणा दी जाती है।
हमारे यहां धर्मशास्त्र में यज्ञ कर्मकांड का भी पर्यावरण की दृष्टि से अत्यंत महत्व है । यज्ञ को लोग अर्थात समग्र पर्यावरण का कवच कहा गया है।भारतीय धर्म शास्त्रों द्वारा पूजा आदि धर्म के लक्षण भी पर्यावरणीय दृष्टि से अत्यंत उपयोगी है। धैर्य आत्म संतोष दम इंद्रिय निग्रह से पर्यावरण के अनियंत्रित दोहन का पर अंकुश लग सकता है । वर्तमान में असत्य भाषण चोरी निंदा क्रोध असहिष्णुता आदि के कारण समाज में चतुर्दिक मानसिक कुंठा का प्रदूषण समाजिक अविश्वास का प्रदूषण भ्रष्टाचार एवं आतंकवाद का प्रदूषण व्याप्त है ।
आज विशेष रूप से समिति के अध्यक्ष पंचम सिंह बिष्ट, सचिव गजेंद्र भंडारी, रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बी एस चौहान, उपाध्यक्ष कैलाश तिवारी, कोषाध्यक्ष, विजय सिंह रावत, वरिष्ठ मंत्री अनूप सिंह फर्त्याल, शिव शक्ति मंदिर मंदिर संयोजक श्री मूर्ति राम बिजलवान, सह संयोजक दिनेश जुयाल, कनिष्ठ मंत्री सुबोध मैठानी, पार्षद विमल उनियाल , प्रचार सचिव सोहन सिंह रौतेला, पूर्व अध्यक्ष बीपी शर्मा, पूर्व कोषाध्यक्ष मंगल सिंह कुट्टी, ऑडिटर पीएल चमोली, पुष्कर सिंह नेगी, गिरीश डियौडी, वेद किशोर शर्मा, करण सिंह राणा, बगवालिया सिंह रावत, जय प्रकाश सेमवाल, पुष्कर सिंह गुसाईं, कैलाश रमोला, नितिन मिश्रा, एसएस नेगी, सुमेर चंद रमोला, कूमेर चंद रमोला, आचार्य राकेश बहुगुणा आचार्य संदीप बहुगुणा, आचार्य कमल किशोर, आचार्य हिमांशु मैठानी, शिव शक्ति मंदिर के आचार्य पंडित उदय प्रकाश नौटियाल, पंडित सुशांत जोशी, देवेंद्र भंडारी, हेमलता नेगी, मधु गुसाईं, सुदेश बाला गुप्ता, संगीता सेमवाल आदि मौजूद रहे।