देहरादून।
अखिल गढ़वाल सभा देहरादून के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को डॉ निधि उनियाल प्रकरण का संज्ञान लेते हुए उनके आवास पर उनसे भेंट कर उक्त प्रकरण की जानकारी ली।
सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना एवं महासचिव गजेंद्र भंडारी ने कहा कि बड़ी विडंबना की बात है कि जिन डॉक्टरों ने और व कोरोना काल में दिन रात एक करके जनमानस की मदद करी, आज उन्हीं डॉक्टर्स के साथ ऐसा अशोभनीय बर्ताव किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में जहां स्वास्थ्य की स्थिति पटरी पर लाने के लिए कड़ी मशक्कत की जा रही है वहीं दूसरी तरफ डॉक्टरों के साथ ऐसा व्यवहार से उनके मनोबल पर गहरा असर पड़ रहा है जो इस राज्य के लिए शुभ संकेत नहीं है.। उन्होंने कहा कि डॉ निधि उनियाल के साथ ऐसा बर्ताव करना सरासर गलत है और इसके लिए सभा मुख्यमंत्री एवं माननीय स्वास्थ्य मंत्री से अनुरोध करती है कि अभिलंब स्वास्थ्य सचिव को हटाया जाए ताकि निष्पक्ष जांच हो सके और स्वास्थ्य सचिव की धर्मपत्नी लिखित रूप से डॉ निधि उनियाल से अपनी दुर्व्यवहार के लिए माफी मांगे।
सभा के उपाध्यक्ष एवं आंदोलनकारी निर्मला बिष्ट कहा कि उत्तराखंड राज्य बनाने में महिलाओं की अग्रणी भूमिका रही है लेकिन आज जिस तरह से डॉ निधि उनियाल से स्वास्थ्य सचिव के घर में बुलाकर उनके साथ बर्ताव किया गया और इसके उपरांत दून मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर सयाना द्वारा डॉ निधि उनियाल को माफी मांगने के लिए मजबूर किया जाना उत्तराखंड की महिलाओं का अपमान है। इसके लिए स्वास्थ्य सचिव एवं दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर सयाना को भी जनहित में तुरंत हटा दिया जाना चाहिए ।
इस अवसर पर सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना उपाध्यक्ष निर्मला बिष्ट महासचिव गजेंद्र भंडारी सभा के सदस्य महिपाल कंडारी हेमलता नेगी, नरेश उनियाल आदि मौजूद रहे।