देहरादून। लंबी जद्दोजहद के बाद एक बार फिर पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और उनकी पुत्रवधु अनुकृति गुसाईं ने शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। पूर्व सीएम हरीश रावत व अन्य बडे नेताओं की मौजूदगी में हरक सिंह ने कांग्रेस की सदस्यता ली।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह को पार्टी से 6 साल से निष्कासित कर दिया था। उसके बाद साफ हो गया था कि वह कांग्रेस में शामिल होंगे , लेकिन पूर्व सीएम हरीश रावत, केदारनाथ विधायक मनोज रावत के साथ ही अन्य नेताओं ने इसको लेकर विरोध किया।
पूर्व सीएम जहाँ इस बात पर अड़े रहे कि हरक सिंह माफी 2016 के लिए माफी मांगनी पड़ेगी। लेकिन कांग्रेस का एक धड़ा जिसमें प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह हरक को कांग्रेस में शामिल करने में अपनी सहमति दे चुके थे। वहीं कांग्रेस में शामिल होने के बाद हरक सिंह रावत ने 2016 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार को अल्पमत में लाने के लिए माफी मांगी।
सूत्रों की माने तो कांग्रेस आलाकमान उनकी पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं को लैंसडाउन सीट से चुनाव मैदान में उतारने की सैद्धान्तिक मंजूरी दे चुका है।
वहीं शुक्रवार दोपहर तक कयास लगाए जा रहे थे कि वह फिर से बीजेपी में वापिस जा सकते है लेकिन शाम 4 बजे तक हरक सिंह ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली। खुद पूर्व सीएम हरीश रावत ने उनका स्वागत किया।