देहरादून।
सस्टेनेबल डेवलपमेंट फोरम उत्तरान्चल ( एसडीएऍफ़यू) द्वारा चतुर्थ आरएस टोलिया फोरम (आरएसटी फोरम) का आयोजन शुक्रवार को देहरादून में किया गया। आरएसटी फोरम उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव स्व.आरएस टोलिया को समर्पित एक कार्यक्रम है। वर्ष 2016 में उनका निधन हो गया था। खासकर हिमालयी राज्यों में पर्यावरण और विकास को लेकर पिछले चार वर्षों से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
आरएसटी फोरम का आयोजन सस्टेनेबल डेवलपमेंट फोरम एसडीएफ उत्तराखंड द्वारा किया जाता है। यह फोरम उत्तराखंड के सतत विकास के लिए नीति पर काम करने वाला एक नागरिक संगठन है।
चतुर्थ आरएसटी फोरम का मुख्य कार्यक्रम व्याख्यान माला और यूथ डायलाग था । कार्यक्रम की शुरुआत कोषाध्यक्ष डॉ जीएस रावत के स्वागत और गाथा आकाशकामिनी की प्रार्थनाभजन से हुई।
इस मौके पर कई विशेषज्ञों ने अपनी राय रखी। सभी इस बात से सहमत थे कि विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाकर चलना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। उत्तराखंड को निरंतर आगे बढ़ने के लिए विकास जरूरी है और जीवन को निरंतर बनाये रखने के लिए पर्यावरण। वक्ताओं ने सस्टेनेबल डेवलपमेंट को जरूरी बताया।
एसडीएफयू राज्य में विभिन्न गतिविधियों में युवा वर्ग की सक्रियता बनाये रखने के लिए लगातार प्रयास करता है। इस वर्ष भी ‘युवाओं की आवाज’ नामक एक कार्यक्रम फोरम की ओर से आयोजित किया गया। इस सत्र मे राज्य के विभिन्न पर्वतीय क्षेत्रों में काम करने वाले युवा पेशेवरों ने अपने उस सपने को साकार करने के लिए किये जा रहे प्रयासों की बात कही, जो उन्होंने उत्तराखंड के लिए देखे हैं। इस सत्र में पेयोली की सुश्री वसंथी, सुश्री शीर्षा पंत, बचन सिंह रावत, अजय कंडारी और योगेश गर्ब्याल ने अपने प्रयासों से सभी को अवगत कराया।
अपने आरएस टोलिया स्मृति व्याख्यान में उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव रवि शंकर ने कहा कि 2025 तक उत्तराखंड के विकास के मॉडल के लिए थ्री ई – इंडस्ट्री, इंफ्रास्ट्रक्चर और इंस्टीटूशन – की नितांत आवश्यकता है। इस दिशा मे आगे बढ़ने के लिए उत्तराखंड को अपनी शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के ढांचे को मजबूत करने की ज़रूरत है । एसडीएफयू के अध्यक्ष और यूकॉस्ट के निदेशक डॉ राजेंद्र डोभाल ने फोरम में शामिल सभी गेस्ट का स्वागत किया।
कार्यक्रम में डॉ आदित्य नारायण पुरोहित, एनएस नपलच्याल, सुरेंद्र सिंह पांगती, डॉ. बीके जोशी और डॉ. बीएस बर्फाल ने भी अपनी बात रखी। कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के समीर सिन्हा, सेंटर फार पब्लिक पॉलिसी एंड गुड गवर्नेंस के कार्यकारी अधिकारी मनोज पंत, नरेन्द्र जंगपांगी (आई आर एस), एसडीएऍफ़यू महासचिव बिनीता शाह, अनूप नौटियाल, कृष्ण सिंह रौतेला, प्रियंका टोलिया, कुसुम रावत, यूकॉस्ट के अधिकारी एवं समाज के प्रबुद्ध जन मौजूद थे।