देहरादून। चेतना आंदोलन की ओर से आयोजित ‘ हम है महिला’ ड्राइंग प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में प्रीति मौर्य ने पहला, ज्योति राजभर ने दूसरा और सुहानी मिश्रा ने तीसरा स्थान हासिल किया। वहीं जूनियर वर्ग में अनुकुमारी ने पहला, नेहा राजभर दूसरे और करिश्मा तीसरे स्थान पर रही। दोनों वर्गों के फाइनल राउंड में पहला स्थान हासिल करने वाले प्रतिभागी को 15 -15 हजार रुपए देकर सम्मानित किया गया। जबकि दूसरे स्थान के प्रतिभागी 11 हजार और तीसरे स्थान हासिल करने वाले को 7500 रुपए देकर सम्मानित किया गया।
शनिवार को खुशीराम लाइब्रेरी में आयोजित कार्यक्रम में विजेताओं के साथ ही प्रतिभाग करने वाले बच्चों को डीजीपी अशोक कुमार ने पुरुस्कृत किया। गौरतलब है कि चेतना आंदोलन की ओर से डेढ़ महीने से शहर के विभिन्न मोहल्लों में मजदूरों के बच्चों के बीच प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें सैकड़ों गरीब बच्चों ने बढ़ चढ़ के भाग लिया। चेतना आंदोलन के सह संयोजक शंकर गोपाल ने बताया कि हमारे देश और प्रदेश में मजदूरों के संघर्ष पर कम ही चर्चा होती है। महिला मजदूरों की चुनौतियों पर तो बिल्कुल सन्नाटा रहता है। उनकी मेहनत की कोई इज्जत नही होती। इसी उद्देश्य के साथ चेतना आंदोलन की ओर से यह प्रयास किया गया था।
प्रतियोगिता के पहले चरण में जज के रूप कवि राजेश सकलानी, वेल्हम्स गर्ल्स स्कूल के आर्ट टीचर सुकन्या चटर्जी, दीपशिखा, हॉप टाउन गर्ल्स स्कूल के हेड आर्ट टीचर पिंकी भाटिया, वरिष्ठ शिक्षाविद चित्रा गुप्ता, समाज सेविका अनुराधा संगल, वरिष्ठ आंदोलनकारी गीता गैरोला, उमा भट्ट ने बच्चों की मार्किंग की।
यह लोग रहे मौजूद
चेतना आंदोलन से विनोद बडोनी, राजेन्द्र शाह, सुनीता देवी, अशोक कुमार, रामू सोनी, सुनीता देवी,