दून निवासी सामाजिक कार्यकर्ता अभिनव थापर ने सुप्रीम कोर्ट में की जनहित याचिका दायर
देहरादून। कोरोना पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए दून निवासी सामाजिक कार्यकर्ता अभिनव थापर आगे आये है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में कोरोना मरीजों के बिल प्रतिपूर्ति को लेकर जनहित याचिका दायर की है। जिसमें सुप्रीम कोर्ट से कोरोना काल में इलाज कराने वाले मरीजों से लिए गए ज्यादा बिल को वापस करने की मांग की है.
याचिकाकर्ता अभिनव थापर ने ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में बताया कि पूरे देश मे प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना मरीजों के उपचार के लिए चार्ज सुनिश्चित किया था। बावजूद इसके लोगों को इलाज के लिए अधिक बिल चुकाना पड़ा।गौरतलब है कि कोरोना शुरू होने से लेकर वर्तमान तक करीब एक करोड़ लोगों को प्राइवेट हॉस्पिटल के चक्कर लगाने पड़े। गाइडलाइन में कोरोना मरीजों के लिए प्रतिदिन का चार्ज निर्धारित था। जिसमें ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर बेड आदि खर्चे शामिल थे। लेकिन कई राज्यों के प्राइवेट हॉस्पिटलों ने लोगों से ज्यादा पैसे वसूले। सामाजिक कार्यकर्ता अभिनव थापर ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की संयुक्त पीठ ने याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस भेजकर चार हफ़्तों में अपना पक्ष रखने का आदेश दिया है।