देहरादून
प्लास्टिक कचरे के निपटारे के लिए देहरादून स्थित सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज (एसडीसी) फाउंडेशन का जन समुदाय आधारित प्लास्टिक बैंक अभियान उत्तराखंड के कई नगर निकायों में शुरू होने की उम्मीद है। उत्तराखंड शहरी विकास निदेशालय ने इसे लोकल इनोवेशन के तौर पर नगर निकायों के साथ मिलकर अमलीजामा पहनाने की बात कही है। यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले दिनों में राज्य के कई निकायों में बड़े स्तर पर प्लास्टिक बैंक स्थापित होने की प्रबल सम्भावना है।
देहरादून स्थित उत्तराखंड शहरी विकास निदेशालय के सभागार में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर आयोजित मीटिंग में वेस्ट मैनेजमेंट, क्लाइमेट चेंज और उत्तराखंड प्रदेश के समसामयिक मुद्दों पर कार्यरत एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने प्लास्टिक बैंक अभियान को लेकर एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। इस कार्यक्रम में शहरी विकास निदेशालय के अधिकारियों के साथ ही देहरादून, हरिद्वार, उत्तरकाशी, टिहरी और पौड़ी जिले के विभिन्न नगर निकायों के संबंधित अधिकारियों ने ऑनलाइन हिस्सा लिया।
अनूप नौटियाल ने कहा की प्लास्टिक बैंक अभियान के माध्यम से उनकी संस्था द्वारा देहरादून में पिछले 6 महीनों में 130 से ज्यादा प्लास्टिक बैंकों की स्थापना हो चुकी है। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि उनकी संस्था वर्तमान में 38 स्कूल के 25,000 से ज्यादा छात्रों, 37 मैगी पॉइंट्स, 31 हॉस्टल और अन्य संस्थानों के साथ प्लास्टिक बैंको को संचालित कर रही है।
अनूप नौटियाल ने अपने प्रस्तुतीकरण में प्लास्टिक बैंक प्रोजेक्ट को प्लास्टिक कचरे से सेग्रेगेशन, कलेक्शन, व्यवहार परिवर्तन और रिसाइकिंग की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास बताया और कहा कि स्कूलों, विश्वविद्यालय, दुकानों और शोरूम, दफ्तरों, हॉस्टल, अस्पताल, नगर निकायों और सरकारी विभागों के माध्यम से इस अभियान को जन समुदाय तक पहुंचाने की जरूरत है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि शहरी विकास निदेशालय, किसी भी नगर निकाय अथवा सरकारी विभाग को इस अभियान को लागू करने में एसडीसी फाउंडेशन की जरूरत हो तो उनकी संस्था हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने के लिए तैयार है।
कार्यक्रम के दौरान शहरी विकास निदेशालय के अधिकारियों के द्वारा अपशिष्ट प्रबंधन पर विभाग के द्वारा किये जा रहे प्रोग्राम के बारे में भी विस्तृत जानकारी साझा की गयी |
उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले प्रतिनिधियों के द्वारा प्लास्टिक बैंक अभियान की अवधारणा की सराहना करते हुए इसे विस्तार देने हेतु अभिरुचि व्यक्त की गयी । अभियान के बारे में कई अन्य जानकारियां लेने के साथ ही अपने निकायों के अंतर्गत इसे तत्काल शुरू करने की भी बात हुई।
इस कार्यक्रम में राज्य के करीब 30 नगर निकायों के प्रतिनिधियों के साथ ही शहरी विकास निदेशालय के अपर निदेशक डॉ. एलएन मिश्रा, अधीक्षण अभियंता रवि पांडे, सहायक निदेशक आलोक उनियाल, स्टेट मिशन मैनेजर मनोज पांडे, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक्सपर्ट, शहरी विकास निदेशालय, दिग्विजय सेमवाल, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक्सपर्ट, स्वच्छ भारत मिशन, गौरव चमोली एवं विमला मखलोगा, आईईसी./क्षमता अभिवृद्धि एक्सपर्ट ने मुख्य रूप से हिस्सा लिया। एसडीसी फाउंडेशन की ओर से अनूप नौटियाल के साथ प्रेरणा रतूड़ी, दिनेश सेमवाल और प्रवीण उप्रेती भी कार्यक्रम में मौजूद थे।