02 जून 2024
देहरादून।
गोर्खाली सुधार सभा एवं अन्य सहयोगी संस्थाओं के सहयोग से प्राचीन सिद्धपीठ श्री माँ भद्रकाली मंदिर ( आशारोड़ी समीप डाटकाली मंदिर देहरादून) में पूजन-हवन एवं विशाल भण्डारा आयोजित किया गया।
रविवार को सुबह गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा एवं उपस्थित महानुभावजनों ने माँ भद्रकाली मंदिर में पूजा अर्चना एवं हवन कर प्रदेश की सुख -शांति एवं स्मृद्धि की कामना की । आचार्य कृष्णा पंथी एवं प० गोविंद पंथी ने विधि विधानपूर्वक पूजा अर्चना एवं यज्ञ किया।
मीडिया प्रभारी प्रभा शाह ने बताया कि प्राचीन सिद्धपीठ श्री माँ भद्रकाली मंदिर की स्थापना 1804 में वीर सेनापति बलभद्र थापा ने की थी। (सेनापति बलभद्र थापा के नेतृत्व में उनकी मुठ्ठीभर सेना ने खलंगा नालापानी युद्ध में आधुनिक हथियारोंसे लैस अंग्रेजी सेना को तीन बार पराजयकी धूल चटा दी थी )
यह भद्रकाली मंदिर भक्तों की आस्था का प्रतीक स्थल है। दूर दूर से आये हुए लोग इस मंदिर में माँ भद्रकाली के दर्शन करते हैं और अपनी मन्नत माँगते है और मनोकामना पूर्ण होने पर भण्डारे का आयोजन भी करते हैं|
गोर्खाली समुदायकी इस मंदिर में विशेष आस्था बनी हुई है। इस वर्ष पूर्ण आस्था के साथ भण्डारें का आयोजन किया गया और प्रतिवर्ष अनवरत करते रहेंगे। इस आयोजन में समुदायकी उपजातिय समितियों एवं संघ संस्थाओं का विशेष सहयोग रहा |
मोहब्बेवाला, क्लेमेंटाउन एवं धारावली की कीर्तन मण्डलियों ने भजन- कीर्तन किया।
इस मौके पर गोर्खाली सुधार सभा के उपाध्यक्ष राजन क्षेत्री , महामंत्री गोपाल क्षेत्री , सचिव मधुसूदन शर्मा, अशोक वल्लभ शर्मा , सभा के समस्त शाखा अध्यक्ष , बसंत गुरूंग, पं. राम प्रसाद उपाध्याय, विनय गुरूंग, कमला थापा, कर्नल जीवन क्षेत्री, कर्नल डी. एस खड़का, शमशेर बहादुर बमजी , इंजि. मेग बहादुर थापा, अनिल लिम्बू, वंदना बिष्ट, मधु थापा आदि मौजूद रहे।