देहरादून।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने जोरदार पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि किसी की देश भक्ति का पैमाना नापने वाली भाजपा कौन होती है? और यदि तिरंगा झंडा घर पर फहराना ही राष्ट्रभक्ति कहलाती है तो फिर उनके निकटवर्ती तो कई ऐसे लोग रहे हैं, ऐसे संगठन रहे हैं जिनका हम भी आदर करते हैं, जिन्होंने तिरंगे को नहीं फहराया।
गौरतलब है कि एक दिन पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने मीडिया में एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि’जिस घर पर तिरंगा नहीं, उस पर देश विश्वास नहीं कर सकता’ उनके इस बयान लागतार विवाद बढ़ता ही जा रहा है।
इसी कड़ी में पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि भाजपा के नये अध्यक्ष बहुत विनम्र व्यक्ति हैं। मगर उनका बयान बहुत दु:ख पहुंचा गया। किसी की देश भक्ति का पैमाना नापने वाली भाजपा कौन होती है? और यदि तिरंगा झंडा घर पर फहराना ही राष्ट्रभक्ति कहलाती है तो फिर उनके निकटवर्ती तो कई ऐसे लोग रहे हैं, ऐसे संगठन रहे हैं जिनका हम भी आदर करते हैं, जिन्होंने तिरंगे को नहीं फहराया, वर्षों-वर्षों नहीं फहराया। शायद आज भी संकोच है। यह देश के अंदर आज 42 करोड़ लोग गरीबी के रेखा के नीचे हैं और लगभग 50-55 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनके लिए अपनी प्रत्येक दिन की रोटी जुटाने का सवाल, सबसे बड़ा सवाल है और इस संख्या में 37 करोड़ लोग तो भाजपा के शासनकाल में पिछले साढ़े सात वर्षों में गरीबी की रेखा के नीचे गये हैं। कहां से उन गरीबों के पास झंडा और डंडा खरीदने के लिए पैसा आएगा! हमारी राष्ट्रभक्ति के वह प्रतीक हैं, जो गरीबी सहकर के भी देश के लिए प्रत्येक प्रकार की कुर्बानी के लिए तैयार हैं। मापदंड ऐसा न बनाइए, जिसको कूदने में आपके किसी नागरिक को कठिनाई हो।