देहरादून। संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ ने संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार के लिए एक नई मुहिम शुरू की है। इसके तहत उत्तराखंड में निर्वाचित 70 विधायकों को संस्कृत में शपथ लेनी होगी। जिससे उत्तराखंड की द्वितीय राजभाषा संस्कृत का गौरव बढ़ सके।
रविवार को संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर राम भूषण बिजल्वाण ने बताया कि संस्कृत में शपथ पत्र को लेकर संस्कृत निदेशालय ने बाकायदा संस्कृत में शपथ पत्र भी तैयार करवा लिया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के साथ ही संस्कृत भाषा का मान सम्मान बढ़े इसके लिए सभी विधायकों को संस्कृत में शपथ लेनी चहिये।
कहा कि संस्कृत हमारी संस्कृति और प्राचीन भाषा है। ऐसे में इसके प्रचार प्रसार और मान सम्मान के लिए यह एक शानदार पहल है जिसका स्वागत किया जाना चाहिए।