पिता की हार का लिया बदला, उत्तराखंड की राजनीति में बढ़ा कद,
2012 में सीएम रहते हुए भुवन चंद्र खंडूड़ी कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी से हार गए थे,
कोटद्वार।
कोटद्वार से भाजपा प्रत्याशी ऋतु खंडूड़ी ने जीत दर्ज कर ली है। करीब 4 हजार वोटों से प्रतिद्वंदी प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी को हराया। मुश्किल हालातों में जीतने के बाद वह अपने पिता पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी की तरह करिश्माई नेता बनकर उभरी है। जीत के साथ पिता की हार का बदला लेने में भी वह कामयाब हो पाई। इसी के साथ अब दूसरी बार विधायक बनकर विधानसभा में प्रवेश कर रही है। साथ ही उन्हें कैबिनेट में अच्छा खासा मिलने की उम्मीद है।
यमकेश्वर से टिकट कटने के बाद ऋतु खंडूड़ी के राजनीतिक भविष्य पर सवाल उठने लगे थे। लेकिन आखिरी वक्त पर उन्हें भाजपा ने कोटद्वार सीट से प्रत्याशी बनाया गया।
शुरूआती दौर में उनकी जीत पर भाजपा सहित कई लोगों को संशय रहा। लेकिन जैसे- जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती रही। वह मुकाबले में आई गई। वोट पड़ने के बाद भी वह अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आई। वहीं फिर से विधायक बनने पर उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से सीएम भुवन चंद्र खंडूड़ी कोटद्वार सीट से चुनाव मैदान में उतरे। लेकिन सीएम रहते हुए भी वह चुनाव हार गए। उनको सुरेंद्र सिंह नेगी ने पराजित किया।