चुनाव से पहले आपसी मतभेद भुलाकर एक मंच पर दिखे द्वारीखाल ब्लॉक प्रमुख महेंद्र राणा व कांग्रेस उम्मीदवार शैलेन्द्र रावत,
कांग्रेस से टिकट न मिलने पर महेंद्र राणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया था एलान,
पूर्व ब्लॉक प्रमुख व पिछले चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ चुके प्रशांत बडोनी व यमकेश्वर बीजेपी के दिगज्ज नेता दिगंबर कुकरेती में भी दिया शैलेन्द्र रावत को समर्थन,
यमकेश्वर / ऋषिकेश।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यमकेश्वर विधानसभा सीट से कांग्रेस के लिए अच्छी खबर सामने आई। जिसके बाद राजनैतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे है। कि इस बार कांग्रेस यमकेश्वर सीट पर 20 साल का सूखा खत्म कर इस सीट पर काबिज होगी। दरअसल टिकट न मिलने के बाद द्वारीखाल ब्लॉक प्रमुख महेंद्र राणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया था। जिसके बाद लग रहा था कि एक बार फिर कांग्रेस गुटबाजी के चलते हार जाएगी लेकिन शुक्रवार को महेंद्र राणा, पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रशांत बडोनी, यमकेश्वर बीजेपी के बड़े नेता दिगंबर कुकरेती ने कांग्रेस को समर्थन देकर बीजेपी पर बढ़त बना दी है। जिसके चलते इस सीट पर चुनावी जंग एक बार फिर दिलचस्प हो गई है।
गौरतलब है कि बीजेपी ने इस बार सबको हैरान करते हुए पूर्व में निर्दलीय चुनाव लड़ चुकी व हाल ही में बीजेपी जॉइन करने वाली रेणु बिष्ट को उम्मीदवार बनाकर नया दांव चला। जिसके बाद से लगने लग गया था कि इस बार भी बीजेपी यमकेश्वर फतह कर लेगी। लेकिन संगठन कार्यकर्ताओं की नाराजगी से अलग ही समीकरण तैयार होने लगे।
इस सबके बीच कांग्रेस में भी गुटबाजी साफ तौर पर देखने को मिली। लेकिन जिस तरह से प्रदेश कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल करते हुए सबको एकजुट किया। उससे साफ है कि इस बार कांग्रेस इस सीट को अपने पाले में करने में जुटी है।
पिछली बार यह थे इस सीट के आंकड़े,
विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी की विजेता उम्मीदवार ऋतु खंडूरी को 19671 वोट मिले। जबकि कांग्रेस से शैलेंद्र रावत को 10283, निर्दलीय उम्मीदवार प्रशांत बडोनी को 2698, उक्रांद उम्मीदवार शांति प्रसाद भट्ट को 542, बसपा के जगपाल सिंह नेगी को 375, निर्दलीय कृष्ण चंद को 250 और गोविंद प्रसाद बर्थवाल को 235 वोट मिले थे।
इस बार सीट पर यह है समीकरण
द्वारीखाल ब्लॉक के प्रमुख महेंद्र सिंह राणा का छेत्र में अच्छा खासा जनाधार है। इसी क्षेत्र से बीजेपी की उम्मीदवार रेणु बिष्ट में मैदान में है।महेंद्र राणा के चुनाव लड़ने के एलान के बाद यह तय था कि कांग्रेस के वोट आपस मे बंट जाएंगे, जिसका फायदा बीजेपी को मिलता। लेकिन महेंद्र राणा ने जनभावनाओ को ध्यान में रखते हुए शैलेन्द्र रावत के समर्थन में आ गए है। वहीं पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रशांत बडोनी भी अपने क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखते है। जिसका फायदा कांग्रेस को मिलता दिख रहा है। वहीं यमकेश्वर बीजेपी के मजबूत स्तम्भ रहे दिगंबर कुकरेती भी बीजेपी छोड़ कांग्रेस के समर्थन में उत्तर गए है।